राजेश एक्सपोर्ट्स Q1 2026 परिणाम: बिक्री में 118% उछाल लेकिन मुनाफे में गिरावट
भारत की प्रमुख स्वर्ण आभूषण निर्यातक कंपनी राजेश एक्सपोर्ट्स ने Q1 2026 के वित्तीय परिणाम जारी किए हैं। इस तिमाही में कंपनी ने बिक्री में जबरदस्त उछाल दर्ज किया है, लेकिन लाभप्रदता के मोर्चे पर कंपनी को झटका लगा है। जहाँ एक ओर बिक्री 118% बढ़कर 1,31,542 करोड़ रुपये पर पहुँची, वहीं शुद्ध मुनाफा 180% गिरकर -9.53 करोड़ रुपये पर आ गया।
कंपनी के शेयर की कीमत इस समय लगभग ₹203 है और इसका मार्केट कैप ₹5,980 करोड़ है। पी/ई रेश्यो 81.4 पर ट्रेड कर रहा है, जो मौजूदा परिस्थितियों में निवेशकों के लिए मिश्रित संकेत देता है।
बिक्री में मजबूत उछाल
राजेश एक्सपोर्ट्स ने Q1 2026 में 1,31,542 करोड़ रुपये की बिक्री दर्ज की। यह आँकड़ा पिछले साल की समान तिमाही (Q1 2025) में 60,356 करोड़ रुपये था। मार्च 2025 की तिमाही की तुलना में भी यह वृद्धि उल्लेखनीय है। इस तरह की जबरदस्त वृद्धि से यह साफ होता है कि कंपनी ने वैश्विक मांग और ऑर्डर बुकिंग को अच्छे स्तर पर बनाए रखा।
भारत में सोने की खपत और आभूषणों की माँग में लगातार वृद्धि देखने को मिल रही है। शादी-ब्याह के सीजन और अंतरराष्ट्रीय बाजारों में सोने की स्थिरता ने राजेश एक्सपोर्ट्स की बिक्री को सहारा दिया।
ईबीआईटीडीए (EBITDA) में हल्की बढ़त
कंपनी का ईबीआईटीडीए (EBITDA) इस तिमाही में 42.1 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले वर्ष की समान तिमाही में 37.3 करोड़ रुपये था। हालांकि मार्च 2025 में कंपनी का ईबीआईटीडीए -13.5 करोड़ रुपये था, जिससे यह तिमाही बेहतर प्रदर्शन कर रही है। यह वृद्धि लगभग 13% की है।
ईबीआईटीडीए में सुधार से संकेत मिलता है कि कंपनी ने परिचालन स्तर पर दक्षता बढ़ाई है। लागत नियंत्रण और उत्पादन में सुधार का लाभ मिला है। हालांकि, बिक्री में भारी वृद्धि की तुलना में ईबीआईटीडीए की वृद्धि सीमित रही।
शुद्ध मुनाफे में बड़ी गिरावट
सबसे बड़ी चिंता का विषय कंपनी का शुद्ध मुनाफा है। Q1 2026 में कंपनी को -9.53 करोड़ रुपये का घाटा हुआ है। जबकि मार्च 2025 में यह 1.95 करोड़ रुपये का लाभ और जून 2024 में 11.9 करोड़ रुपये का लाभ था। यानी कंपनी का मुनाफा साल-दर-साल 180% गिरा है।
इसका सीधा असर प्रति शेयर आय (EPS) पर भी पड़ा। EPS इस तिमाही में -0.32 रुपये रहा, जबकि पिछले वर्ष Q1 में यह 0.40 रुपये था। निवेशकों के लिए यह एक नकारात्मक संकेत है।
क्यों गिरी लाभप्रदता?
बिक्री में भारी उछाल के बावजूद मुनाफे में गिरावट कई कारणों से हो सकती है:
-
इनपुट कॉस्ट में वृद्धि: सोने और अन्य कीमती धातुओं की वैश्विक कीमतों में उतार-चढ़ाव ने लागत बढ़ाई होगी।
-
फॉरेक्स उतार-चढ़ाव: अंतरराष्ट्रीय व्यापार से जुड़ी कंपनियाँ अक्सर विदेशी मुद्रा दरों से प्रभावित होती हैं।
-
फाइनेंसिंग लागत: ऋण पर ब्याज और अन्य वित्तीय खर्च भी लाभ पर असर डालते हैं।
-
ऑपरेटिंग मार्जिन पर दबाव: भले ही बिक्री बढ़ी, लेकिन मार्जिन में कमी ने मुनाफा घटा दिया।
निवेशकों की प्रतिक्रिया
₹203 के शेयर प्राइस और 81.4 पी/ई रेश्यो के आधार पर निवेशकों के सामने मिश्रित तस्वीर है।
-
सकारात्मक पक्ष: बिक्री में तेज वृद्धि, ईबीआईटीडीए में सुधार।
-
नकारात्मक पक्ष: शुद्ध घाटा, EPS में गिरावट और उच्च पी/ई।
निवेशक फिलहाल सतर्क रुख अपना सकते हैं और कंपनी की आने वाली तिमाहियों की रिपोर्ट का इंतजार कर सकते हैं।
आगे की रणनीति
राजेश एक्सपोर्ट्स जैसी कंपनियों के लिए आगामी महीनों में कई चुनौतियाँ और अवसर होंगे।
-
अवसर: भारत और विदेश में त्योहारी सीजन से बिक्री बढ़ने की उम्मीद।
-
चुनौती: मार्जिन सुधारने और लागत नियंत्रण की बड़ी आवश्यकता।
-
रणनीति: कंपनी को तकनीक, वैल्यू एडिशन और ब्रांडिंग पर जोर देना होगा ताकि शुद्ध मुनाफे में सुधार हो सके।
निष्कर्ष
राजेश एक्सपोर्ट्स का Q1 2026 परिणाम विरोधाभासी है। जहाँ बिक्री और राजस्व ने निवेशकों को प्रभावित किया है, वहीं मुनाफे में गिरावट और EPS में नकारात्मकता चिंता का विषय है। कंपनी को भविष्य में लागत नियंत्रण और बेहतर वित्तीय प्रबंधन की आवश्यकता होगी। यदि कंपनी अपने मार्जिन सुधारने में सफल रहती है, तो आने वाले तिमाही परिणाम बेहतर हो सकते हैं।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)
Q1. राजेश एक्सपोर्ट्स ने Q1 2026 में कितनी बिक्री दर्ज की?
राजेश एक्सपोर्ट्स ने Q1 2026 में 1,31,542 करोड़ रुपये की बिक्री दर्ज की, जो साल-दर-साल 118% अधिक है।
Q2. कंपनी का शुद्ध मुनाफा कितना रहा?
कंपनी को Q1 2026 में -9.53 करोड़ रुपये का घाटा हुआ।
Q3. EPS में क्या बदलाव आया?
EPS इस तिमाही में -0.32 रुपये रहा, जबकि पिछले वर्ष Q1 में यह 0.40 रुपये था।
Q4. राजेश एक्सपोर्ट्स के शेयर का मौजूदा प्राइस कितना है?
राजेश एक्सपोर्ट्स का शेयर लगभग ₹203 पर ट्रेड कर रहा है।
Q5. निवेशकों के लिए मुख्य संकेत क्या हैं?
बिक्री में मजबूत वृद्धि सकारात्मक है, लेकिन घाटा और EPS में गिरावट निवेशकों के लिए चिंता का विषय है।
About Times of Dhan News Desk:
Times of Dhan News Desk समर्पित डिजिटल पत्रकारों की टीम है, जो व्यवसाय, तकनीक और बाजार की जटिल खबरों को सरल और सूझबूझ भरे अंदाज़ में प्रस्तुत करती है। हमारा मिशन है पाठकों को समय पर, सटीक और उपयोगी अपडेट देना, जिससे वे आगे बने रहें।

One Comment